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बक्सर में खुलेआम हो रहा है लाल बालू का काला कारोबार

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जिला प्रशासन के अधिकारियों के नाक के नीचे धड़ल्ले से जारी है लाल बालू का काला कारोबार. रिलीज ऑर्डर पर जज का फर्जी हस्ताक्षर कर थाने से बालू लदे ट्रक को लेकर निकल गए बालू तस्कर. पुलिस गिनती रह गई रिलीज ऑर्डर के पन्ने. भूल का हुआ एहसास तो गाड़ी मालिक गवाह सहित ट्रक ले जाने वाले के खिलाफ दर्ज हुआ एफआईआर.

द जनमित्र । एस कुमार विमल

बक्सर : जिले में बालू माफियाओ के काले कारनामे ने जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियो के पैर से जमीन खिसका दिया है. नवानगर थाने में जब्त बालू लदे ट्रक को ही बालू तस्कर, फर्जी बेल ऑर्डर और फर्जी रिलीज ऑर्डर पर जज का फर्जी हस्ताक्षर कर पुलिस को थमा दी और बालू लदे ट्रक लेकर निकल गए. पुलिस फर्जी बेल ऑर्डर और रिलीज ऑर्डर का पन्ने ही गिनती रह गई. जब मामले की खुलासा हुआ तो, आननफानन में डुमराँव एसडीपीओ अफाख अख्तर अंसारी नवानगर थाने में पहुँचकर मामले की जांच की एवं एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया. जिसके बाद पुलिस ट्रक चालक, गवाह, मालिक, और उस बालू तस्कर की तलाश करने में जुट गई है.

दस दिन पहले बालू लदे ट्रक को किया गया था जब्त

मिली जानकारी के अनुसार दस दिन पहले जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियो ने संयुक्त रूप से जांच अभियान चलाकर अवैध तरीके से बालू की तस्करी करने और कागजात नही होने के कारण ट्रक को जब्त कर नवानगर थाने में रखा था. इसी बीच बालू तस्करों ने फर्जी बेल ऑर्डर और फर्जी रिलीज ऑर्डर पुलिस को थमाकर बालू लदे ट्रक को थाने से लेकर निकल गए. जब पुलिस को अपनी भूल का एहसास हुई तो वाहन मालिक सिमरी गांव निवासी रासबिहारी सिंह पिता चंद्रिका सिंह, चालक मुरार गांव निवासी सुनील कुमार पिता शिवजी यादव और रिलीज ऑर्डर छुड़ाने में गवाह के रूप में रोहतास जिले के धवई गांव निवासी शशि कुमार और सिमरी के संतु कुमार पर एफआईआर दर्ज कर छापेमारी शुरू कर दी है.

असली रिलीज ऑर्डर आया सामने तो पुलिस को हुई भूल का एहसास.

बालू तस्करों के फर्जीवाड़ा की भनक पुलिस को तब लगी जब एक साथ पकड़े गए ट्रक का भी रिलीज ऑर्डर आया जिसमे फाइन वगैरह जमा का भी जिक्र था. फर्जी हस्ताक्षर से ट्रक उड़ाने वाले में कागजात भिन्न था. इसी शक के आधार पर कोर्ट जाकर विभिन्न कागजातों का मिलान किया गया तो पाया गया कि फर्जी तरीके से छुड़ाए गए ट्रक का कोई रिलीज ऑर्डर जारी नही किया गया है और न ही बेल का कोई कागजात है, फिर भी फर्जी तरीके से बेल रिलीज का सारा काम जज के फर्जी हस्ताक्षर से कर लिया गया और ट्रक छुड़ा लिया गया.

क्या कहते है अधिकारी

डुमराँव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने बताया की मेरे द्वारा एक ओवरलोड गाड़ी पकड़ी गई थी. जिसकी सूचना खनन को दिया गया था. लेकिन जब वो जांच में पहुंचे तो उनके द्वारा रिलीज ट्रक के बारे में जानकारी लेने पर कहा की मेरे द्वारा रिलीज नही किया गया था. जांच करने पर कागज फर्जी पाया गया है. जिसके बाद सभी के विरुद्ध FIR दर्ज कर आगे की कारवाई किया जा रहा है.

गौरतलब है कि जिले में बालू माफियाओ का मनोबल सातवे आसमान पर है. दिन के उजाले में अधिकारियो के नाक के नीचे से लाल बालू का काला कारोबार कर चौसा एवं बक्सर बॉर्डर से यूपी में बालू की सप्लाई कर रहे है. मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद 2-4 ट्रको पर कार्रवाई होती है, उसे भी फर्जी जज के हस्ताक्षर से बालू माफिया उड़ा ले जा रहे है.

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