द जनमित्र । विमल यादव। 9431092766
बक्सर: जिले के बनारपुर में रफ्तार से आ रही पिकअप की टक्कर से एक लंगूर की मौत हो गई. गांव वालों ने हिन्दू रीति रिवाज के साथ चौसा श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया.पूरे दिन गांव के छतो पर मंडराने वाले इस लंगूर की मौत की सूचना मिलते ही पूरे गांव में सन्नाटा छा गया. बनारपुर के लोगो का यह पशु प्रेम देख दूसरे जिले से आए उस श्मशान घाट पर लोग आश्चर्यचकित थे. मृत लंगूर की हिंदू रीति रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार करने पहुँचे ग्रामीणों ने बताया कि लंगूर के आत्मा की शांति के लिए 14 अप्रैल को भव्य ब्रम्हभोज का भी आयोजन होगा. पशु होते हुए भी लंगूर से एक आत्मीय लगाव था.
जो प्रतिदिन घर के छतों पर आकर हम सबसे भोजन लेकर चला जाता था. उसका अचानक चले जाना हम सबके लिए अत्यंत दुःखद है. बता दे कि धर्म में लंगूर को बजरंगबली का प्रतीक मानकर लोग उसका पूजा करते है. वही उसकी मौत से ग्रामीण सहम गए है. ग्रामीणो कि माने तो गांव में लंगूर की मौत किसी बड़ी विपदा या महामारी का संकेत है. कोई अनहोनी न हो इसके लिए 14 अप्रैल को लंगूर की आत्मा के शांति के लिए भव्य ब्रह्मभोज का भी आयोजन होगा. ग्रामीणों ने बताया कि घटना बक्सर मोहनिया स्टेट हाइवे स्थित बनारपुर गांव का है. मोहनिया की तरफ जा रही पिअकप के आगे अचानक लंगूर आ गया जिसके टक्कर से 20 फिट ऊपर उछलते हुए सड़क किनारे जा गिरा. इस घटना को देख आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा पिअकप का कुछ दूर पीछा किया गया लेकिन चालक वाहन को लेकर फरार होने में सफल रहा. सूचना मिलने के बाद क्षेत्र की सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बंदर के अंतिम संस्कार का बीड़ा उठाया. बनारपुर निवासी मिथिलेश कुशवाहा,लाल बाबू, रामजीत,अखलेश राम, वकील कुमार ,रवि पासवान आदि लोगो ने बताया कि मृत लंगूर का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
गौरतलब है कि बदलते सामाजिक परिवेश में जंहा इंसान इंसान से नफरत कर उसको घायल और मृत अवस्था में ही सड़को पर छोड़कर आगे बढ़ जाते है .ऐसे में बनारपुर के लोगो ने इंसानियत एवं पशु प्रेम क़ा अनूठा मिशाल पेश किया है.
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