घटना

सर्पदंश से किशोर की मौत

Spread the love

द जनमित्र | शशि

जिले के केसठ गांव में सर्पदंश के कारण 14 वर्षीय किशोर सूरज कुमार की असामयिक मौत ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। मंतोष तुरहा के बेटे सूरज को एक कोबरा ने डस लिया था। घटना के तुरंत बाद परिजन उसे नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी। इसके बाद उसे प्रतापसागर अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन इलाज के बावजूद सूरज की जान नहीं बच सकी।
प्रतापसागर अस्पताल पहुंचने पर सूरज की हालत बेहद गंभीर थी। डॉक्टरों ने तत्काल एंटी-वेनम इंजेक्शन देकर इलाज शुरू किया, लेकिन जहर शरीर में तेजी से फैल चुका था। करीब एक घंटे तक चले इलाज के बाद सूरज ने दम तोड़ दिया। इस घटना से गांव में मातम छा गया और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
स्नेक रेस्क्यूवर हरिओम ने घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने बताया कि सर्पदंश की सूचना उन्हें पांच मिनट के भीतर मिल गई थी और उन्होंने परिजनों को तुरंत प्रतापसागर अस्पताल ले जाने की सलाह दी थी। चौबे ने कहा कि सही समय पर इलाज मिलने पर मरीज की जान बचाई जा सकती है, लेकिन इस मामले में परिजन पहले एक अन्य अस्पताल गए, जिससे डेढ़ घंटे की देरी हुई।
हरिओम ने बताया कि प्रतापसागर अस्पताल में सर्पदंश के इलाज में 30-35 हजार रुपये का खर्च आता है, लेकिन वहां बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि सर्पदंश के मामले में झाड़-फूंक या परंपरागत तरीकों पर भरोसा न करें और तुरंत नजदीकी बड़े अस्पताल पहुंचें।
सूरज की मौत ने एक बार फिर सर्पदंश के मामलों में समय पर सही इलाज की महत्ता को रेखांकित किया है। यह घटना ग्रामीणों के लिए एक चेतावनी है कि ऐसी स्थिति में लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।

Comment here